Sunday, 19 May 2013

वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी का आह्वान


कॉर्पोरेट और पूंजीपतियों की हिमायती, कांग्रेस की हुड्डा सरकार को, हरियाणा से निकाल बाहर करो !
मजदूर किसानों की सरकार बनाने के लिए एकजुट हों !! _________________________________________

हले मारुति के १४७ मजदूरों की गिरफ़्तारी और उन पर झूठे मुकदमे और फिर विरोध आन्दोलन पर किये गए बर्बर पुलिस दमन, लाठीचार्ज और गिरफ्तारियों ने यह साफ़-साफ़ दिखा दिया है कि हरियाणा में कांग्रेस की हुड्डा सरकार, अमीरों-संभ्रांतों और कॉर्पोरेटों के हाथ की कठपुतली है और गरीबों मेहनतकशों की दुश्मन। इसके मंत्री और अफ़सर इन्ही अमीरों के चाकर हैं और उन्ही की सेवा करते हैं। पूंजीपति और कार्पोरेट मजदूरों का शोषण करते हैं और सरकार उनका दमन। कार्पोरेट मजदूरों के श्रम को लूटते हैं और सरकार-पुलिस-अदालतें उसके हाथ बांध देती हैं, जिससे वह प्रतिकार न कर सके।

मारुति के मजदूरों ने कार्पोरेट और सरकार की इस एकजुट ताकत का जमकर मुकाबला किया है। पुलिस-दमन और फर्जी मुकदमों के सामने मजदूरों ने घुटने टेकने से इंकार किया है और पूरे साहस के साथ इस वर्ग युद्ध को आगे बढ़ाया है।

वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी, हरियाणा के मानेसर में मारुति-सुजुकी के मजदूरों द्वारा कार्पोरेट शोषण और सरकारी दमन के खिलाफ चलाये जा रहे दोहरे संघर्ष का स्वागत और समर्थन करती है।

मगर यह संघर्ष मारुति मजदूरों और प्रबंधन के बीच सीमित न रहकर, इस दायरे से बहुत पहले ही बाहर जा चुका है। हरियाणा सरकार की पूरी ताकत और अमला मजदूरों के खिलाफ़ कार्पोरेट प्रबंधन के पीछे लामबंद हो चुका है। इसलिए आज यह संघर्ष मारुति कामगारों और मैनेजमेंट के बीच नहीं बल्कि एक तरफ समूचे मजदूर वर्ग और दूसरी तरफ़ पूंजीपतियों और उनकी दलाल सरकार के बीच, दुश्मन वर्गों के संघर्ष में बदल गया है। मानेसर के मारुति मजदूरों का संघर्ष, पूंजीपतियों के राज के खिलाफ़ चल रहे दुनिया के मजदूर वर्ग के संघर्ष की तीखी धार बन गया है। मजदूरों का आर्थिक संघर्ष राजनितिक संघर्ष में बदल चुका है।

संघर्ष के इस चरित्र को समझने में असमर्थ, स्तालिनवादी-माओवादी पार्टियाँ और संगठन, गैर-पार्टी ग्रुप और ट्रेड यूनियनें पुराना राग अलाप रही हैं और मजदूरों के इस संघर्ष को दिशा देने और सफलता का रास्ता दिखाने में नाकाम रही हैं। ये ग्रुप और ट्रेड यूनियनें, संघर्ष को इससे आगे नहीं ले जा सकते, ये काम मजदूर वर्ग की क्रान्तिकारी पार्टी ही कर सकती है।

स्तालिनवादियों और माओवादियों के विपरीत, जो पूंजीपतियों की सरकार से न्याय की अपील करते हुए मजदूरों के बीच भ्रान्ति फैला रहे हैं, मजदूरों की समाजवादी पार्टी, "वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी", मजदूरों का आह्वान करती है कि वे संघर्ष के इस नए चरित्र और इससे जुड़े कार्यभारों को समझें और उन्हें पूरा करने के लिए कमर कस लें।

क्या हैं ये कार्यभार? ये कार्यभार है, पूंजीपति-परस्त कांग्रेसी हुड्डा सरकार को निकाल बाहर करना और इसकी जगह मजदूरों-किसानों की सरकार स्थापित करना।

यह कार्यभार गैर-पार्टी ग्रुप और ट्रेड यूनियने पूरा नहीं कर सकतीं। ये काम मजदूरों की क्रान्तिकारी पार्टी- वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी ही कर सकती है। इसलिए सबसे पहला काम है: मजदूर साथी अपनी पार्टी 'वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी' से जुड़ें, उसके क्रान्तिकारी कार्यक्रम को पढ़ें और समझें।

हरियाणा में पूँजी के शोषण और उसकी सत्ता के खिलाफ मजदूर वर्ग के संघर्ष में सबसे बड़ी बाधा है पूंजीवाद परस्त कांग्रेसी हुड्डा सरकार। यह सरकार अकेले मारुति कामगारों का ही दमन नहीं करती, बल्कि पूरे हरियाणा राज्य में इसने मारुति-सुजुकी जैसे कितने ही देशी-विदेशी पूंजीवादी उपक्रमों को गरीब जनता की लूट का पट्टा दे रखा है। ये सरकार इन्ही पूंजीवादी उपक्रमों के पक्ष में और मेहनतकशों के खिलाफ काम करती है। समूचे हरियाणा में शहरी और देहाती गरीब, मजदूर, मेहनतकश, और किसान इस अमीर-परस्त सरकार का समर्थन नहीं करते, बल्कि मजदूरों-किसानों की पक्षधर सरकार चाहते हैं। मजदूरों की समाजवादी पार्टी, "वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी", ऐसी सरकार दे सकती है।

सत्ता में आते ही, वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी के नेतृत्व में मजदूर-किसानों की यह सरकार, हरियाणा में :

1. फर्जी मुकदमों में गिरफ्तार मजदूर-किसानों को तुरन्त रिहा करेगी, ऐसे तमाम मुक़दमे वापस ले लेगी और फ़र्ज़ी मुक़दमे बनाने की साज़िश करने वालों को दण्डित करेगी।

2. गैर कानूनी रूप से नौकरी से हटाये गए तमाम मजदूरों को तुरंत बहाल करेगी।

3. ठेकेदारी का तुरंत खात्मा कर देगी।

4. रोज़गार की सुरक्षा और बेरोज़गारी भत्ता लागू करेगी।

5. छह घंटे का कार्य दिवस और पांच दिन का कार्य सप्ताह लागू करेगी।

6. उन तमाम पूंजीवादी उपक्रमों का अधिग्रहण कर लेगी जहां श्रम-कानूनों का उल्लंघन पाया जायेगा या असमाधेय औद्योगिक विवाद होगा।

7. जनता के पैसे और संसाधनों के घपलों और हेराफेरी में शामिल राजनेताओं और अफसरों को गिरफ्तार कर लेगी।

8. पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट से उस सारे पैसे की उगाही करेगी जो उसने तरह तरह की छूट के नाम पर हथियाया है, और इस पैसे से मेहनतकश जनता के स्वास्थ्य और शिक्षा के बेहतर बंदोबस्त करेगी।

वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी, मारुति-सुजुकी के संघर्षशील मजदूरों का आह्वान करती है कि वे अपने वर्ग शत्रुओं, कॉर्पोरेट-पूंजीपतियों और उनकी सरकार के खिलाफ़ राजनीतिक संघर्ष के लिए, और हरियाणा में मजदूर-किसानों की सरकार कायम करने के लिए एकजुट हों और ज्यादा से ज्यादा तादाद में पार्टी के साथ जुड़ें।


वर्कर्स सोशलिस्ट पार्टी

सम्पर्क फोन : 9810081383
वेबसाईट : new-wave-nw.blogspot.com
ई मेल : workers.socialist.party@gmail.com
 

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